हिंदीब्लॉगजगत
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बरामदे को ठीक-ठाक कर ले - 2024-09-12 बरामदे को ठीक-ठाक कर ले आज तोताराम ने आते ही बरामदे का मुआयना किया और नाक-भौं सिकोड़ते हुए कहा- मास्टर, अमृतकाल भी आगया, मोदी जी 3.0 चल रहा है।नई...1 दिन पहले
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में कलेक्टर कॉन्फ्रेंस शुरू Collector's conference begins under the chairmanship of Chief Minister Shri Vishnu Dev Sai - रायपुर 12 सितंबर 2024/मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्टर कॉन्फ्रेंस शुरू हो गया है। शुरुआती उद्बोधन में मुख्यमंत्...2 दिन पहले
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कुछ लड़कियां, बहुत सारी लड़कियां - *फोटो क्रेडिट-गूगल * कुछ लड़कियां खूब पढ़ रही हैं कुछ लड़कियां अच्छे ओहदों पर पहुँच रही हैं कुछ लड़कियां अपने हकों के लिए लड़ रही हैं कुछ लड़कियां कवितायें लि...3 दिन पहले
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एक ग़ज़ल... - पसीने की गंध जिनके गात नहीं आती, नींद उनको सारी सारी रात नहीं आती। वो काम करते नहीं जब तलक, काम के बदले सौगात नहीं आती। सड़कें टूटी, नालियां बंद, ...5 दिन पहले
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एक ग़ज़ल -वो अक्सर फूल परियों की तरह - चित्र साभार गूगल बेटियों /स्त्रियों पर लगातार लैंगिक अपराध से मन दुःखी है. कभी स्त्रियों के दुख दर्द पर मेरी एक ग़ज़ल बी. बी. सी. लंदन की नेट पत्रिका ने...6 दिन पहले
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गूगल मैप और रास्ता - आजकल कहीं जाना हो और रास्ता न पता हो पहले से तो लोग गूगल मैप के सहारे गंतव्य तक पहुंच जाते हैं। हम व्यक्तिगत रूप से इसका इस्तेमाल लगभग नही ही करते हैं। अ...1 हफ़्ते पहले
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डाक से ही कविताओं से भरी किताब : बख्तियारपुर - किताबें जब डाक के मार्फत आती है तो उसका सुख अलग ही होता है। डाक से आई किताब की यात्रा हमें चौंका देती है, खासकर तब जब आपको पता नहीं होता है कि जिसने यह कित...1 हफ़्ते पहले
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मैं लौटता हूं - प्रिय दुनिया, बहुत दिनों तक भुलाए रखने का शुक्रिया! मैं इतने दिन कहां रहा कैसे बचा रहा यह बताना ज़रूरी नहीं मगर सब कुछ बचाते बचाते खुद न बचने का डर वापस ल...1 हफ़्ते पहले
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आधुनिकता और परम्परा का संवाद : हबीब तनवीर का रंगमंच - शुभनीत कौशिक - *शुभनीत कौशिक इतिहास के अध्येता है. बलिया के एक महाविद्यालय में इतिहास पढ़ाते भी हैं. वैकल्पिक विन्यास किताब पर लिखी टिप्पणी उनकी अनुमति से हम यहाँ प्रक...1 हफ़्ते पहले
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अफवाहों से रहें सचेत - *इष्ट देव सांकृत्यायन * पिछले दिनों जब मैंने मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन संबंधी पोस्ट की थी और उसके साथ ही मिडिल ईस्ट के संबंध में खास तौर से चेताया था, त...2 हफ़्ते पहले
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स्त्री-दर्पण - स्त्री-दर्पण ने फेसबुक में पुरुष कवियों की स्त्री विषयक कविताएं इकट्टी करने की मुहिम चलाई है। इसी सिलसिले में मेरी कविताएँ भी आई हैं। नीचे उनका पोस्ट डा...2 हफ़्ते पहले
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संवेदना -सतीश सक्सेना - *बीमारी में हाल , न पूछो माली से !जाकर पूछो बिन पत्तों की डाली सेकितने मूक संदेशा , आये जाली से नयनों से ही बातें , नयनों वाली से !प्यार न जाने...2 हफ़्ते पहले
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किताब मिली - शुक्रिया - 15 - लगभग तीन-चार साल पुरानी बात होगी, शाम का समय था जब अमेरिका से श्री अनूप भार्गव जी का फोन आया। अनूप जी बिट्स पिलानी से केमिकल इंजीनियरिंग और आईआईटी दिल्ली स...2 हफ़्ते पहले
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काव्यात्मक नृत्य - एनसीपीए में 11 और 12 अगस्त को प्रख्यात भरतनाट्यम नृत्यांगना माल्विका सरुक्कई की पेशकश की एक अंतर्यात्रा हम लोग 11 अगस्त का एनसीपी गए थे, प्रख्यात भर...4 हफ़्ते पहले
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भारत के संवैधानिक जनतंत्र और कानून के शासन के प्रति वकीलों का दायित्व - यह लेख त्रेमासिक पत्रिका "एक और अंतरीप" के अप्रेल-जून 2024 के न्यायपालिका पर केन्द्रित अंक में प्रकाशित हुआ है- -दिनेशराय द्विवेदी कानून के शासन (...5 हफ़्ते पहले
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मगर बेचना मत खुद्दारी - यूँ तो सबको है दुश्वारी एक तरफ मगर बेचना मत खुद्दारी एक तरफ जाति - धरम में बाँट रहे जो लोगों को वो करते सचमुच गद्दारी एक तरफ अक्सर लोग चुने हैं अपने जो...2 माह पहले
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वार्षिक संगीतमाला 2023 सरताज गीत : वो तेरे मेरे इश्क़ का इक, शायराना दौर सा था.... - पिछले महीने परिस्थतियाँ ऐसी रही कि वार्षिक संगीतमाला की आख़िरी पेशकश को आप तक पहुँचाने का समय टलता रहा।चलिए थोड़ी देर से ही सही पर अब वक़्त आ गया इस संगीतमा...2 माह पहले
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मृणाल सेन का संस्मरण: रात में फूल खिलते हैं, पानी मे बेलें फलती हैं - अगस्त 14-15, 1947. देश ने स्वतंत्रता की खुशियाँ मनाईं और विभाजन का मातम भी. एक ओर तो लोग अतीव आनंद की अवस्था में थे वहीं दूसरी ओर क्रोध और हताशा ने लाखों ...3 माह पहले
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विश्वकल्याण के नाम पर वर्चस्व - ब्रम्हांड में अनुमानतः सौ अरब आकाशगंगा हैं। एक आकाशगंगा में अनुमानतः सौ अरब तारे हैं। हमारी आकाशगंगा का नाम मिल्की वे है। मिल्की वे गैलेक्सी या आकाशगंगा ...4 माह पहले
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परीक्षा-काल - एक जमाना बीत गया स्कूल कॉलेज छूटे हुए परन्तु जब भी यह मौसम आता है, अचानक अपने इम्तिहान के दिनों की याद आने लगती है। मानों अब भी किसी परीक्षा की आधी-अधूर...6 माह पहले
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नायक भेदा - नायिकाओं के अनेक भेद पढ़े होंगें आज जरा नायको के भेद भी पढ़िये और देखिये की आप किस श्रेणी मे आतें हैं । तो अलग अलग लोगों ने नायकों के अलग अलग भेद बताये...7 माह पहले
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धनतेरस पर गोल्ड ईटीएफ निवेशकों की बड़ी पसंद - भारतीयों में हमेशा से ही सोने की चाहत रही है, जो धनतेरस के दौरान और भी बढ़ जाती है, क्योंकि वे दिवाली के दिन सोना खरीदना शुभ मानते हैं। फिजिकल सोने की ...10 माह पहले
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संशय - संशय से बड़ी बर्बादी कोई नहीं करता जहाँ तक हो सके इससे दूरी भली ।*****संशय ही बचाता भी है कई बार बर्बाद होने सेइसलिए यह ज़रूरी भी।*****संशय समाधान नहीं देत...11 माह पहले
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Hello world! - Welcome to WordPress. This is your first post. Edit or delete it, then start writing!1 वर्ष पहले
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देसीपन, दोस्ताना व्यवहार बनाम औपचारिक व्यवहार - हम बचपन से यह सुनते आए हैं कि दूसरों के साथ वैसा व्यवहार करो जैसा तुम अपने लिए चाहते हो। हम इस कहावत पर आँख मूँदकर विश्वास भी करते आए हैं और उस पर अमल करने...1 वर्ष पहले
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भारतीय शोधकर्ताओं ने विकसित किया कोरोना वायरस एंटीबॉडी डेटाबेस - भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किए गए इस डेटाबेस में, कोरोना वायरस संबंधी 1780 एंटीबॉडी, 211 नैनोबॉडी, और हाफ मैक्...1 वर्ष पहले
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भकूट - कूट-कूट कर भरा हुआ प्रेम.. - सबको भकूट दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आप सब भी हैरान हो रहे होंगे कि आज तो वैलेंटाइन डे है, हैप्पी वैलेंटाइन डे बोलना होता है, यह भकूट दिवस क्या और कैसा। त...1 वर्ष पहले
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टुकड़े टुकड़े गैंग ट्विस्ट - मई माह में एक फ्लैट किराए पर लेना था। संयोगवश एक फ्लैट के बारे में सूचना मिली जो लोकेशन, लोकेलिटी व उपलब्ध फर्नीचर आदि के स्तर पर उचित लगा। मुम्बई का सि...1 वर्ष पहले
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MENTAL GARBEJ - One day a man was going to the railway station by auto. The auto driver was driving the auto very comfortably. A car suddenly came out of th...1 वर्ष पहले
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आजाद होना संप्रभु राष्ट्र का बस हिस्सा होना भर नहीं है - चाहे कितने भी बरस बीत गए हों आजाद रहते किसी देश को और कितने भी ज्यादा आजाद होते चले हों गए हों वहां के लोग हर किसी में थोड़ी और आजादी की गुंजाइश हमेशा ...2 वर्ष पहले
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हिटलर और समग्र राज्य की अवधारणा - मोदी सरकार तेज़ गति से ‘समग्र राज्य’ ‘टोटल स्टेट’ के निर्माण में लगी है।उसे बहुलतावादी लिबरल राज्य -राष्ट्र नहीं चाहिए। उनको सिर्फ़ भारत च...2 वर्ष पहले
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लूट का बदला लूट: चंदैनी-गोंदा - विजय वर्तमानचंदैनी-गोंदा को प्रत्यक्षतः देखने, जानने, समझने और समझा सकने वाले लोग अब गिनती के रह गए हैं। किसी भी विराट कृति में बताने को बहुत कुछ होता है ...2 वर्ष पहले
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अंग्रेज: लुटेरों को आदर न दें! - कुछ समय से कुछ छद्म भारतीयों ने एक नया गीत आलापना चालू कर दिया है — कि आज हम जो हैं उसे अंग्रेजों ने हमको दिया था. ये छद्म भारतीय लोग प्राचीन भारतीय समाज, ...2 वर्ष पहले
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अब फोटो खींचकर पैसे कमाइए... - आप अच्छे फोटोग्राफर हो और जबरदस्त फोटो खींचते हो... आप उन फोटो का क्या करते हो??... यदि आप प्रोफेशनल फोटोग्राफर हैं, तब तो आप फोटो से पैसे कमाने के बहुत ...2 वर्ष पहले
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मन्नू भंडारी 1931- 15 नवंबर 1921 - मू भंडारी: एक आधुिनक सािहयक यिव म वंदना राग सािहयकार vandanarag@gmail.com उनकी कहािनयां कभी भी पुरानी नह पड़ सकत यिक मनुय क जो मनोभाव ...2 वर्ष पहले
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कूड़ंगल के कंकड़ - इस वर्ष भारत से ऑस्कर नॉमिनेशन में भेजी गई फ़िल्म में मदुरई के देहातों के सूखे मैदान हैं। दो-तीन किरदार हैं उनके साथ कैमरा आगे-पीछे, लिंगर करता, चलता ...2 वर्ष पहले
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सन्यास यानि अमरत्व का स्वाद - इस मरने वाले शरीर के लिए संस्कृत में शब्द है 'देह'। इसे देह इसलिए कहा जाता है क्योंकि आखिरकार आखिरी सफर में इसे दाह संस्कार द्वारा अग्नि को सौंपा समर्...2 वर्ष पहले
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सुबह की चाय, सनराईज़ और तुम - सुबह की चाय, सनराईज़ और तुम पता है तीनो में कॉमन क्या है? तीनो बस पालक झपकते गुलाबी शाम की तरह सरक जाते हैं पलाश के फूलों से रंगे आसमान को को ठीक से निहार ल...3 वर्ष पहले
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तुम मुझे मधुमास देना - डॉ. नागेश पांडेय 'संजय' - जिंदगी संत्रास दे जब, तुम मुझे मधुमास देना। बहारों की स्वामिनी तुम, नेह की हो देवदूती। हर्ष की प्रतिमूर्ति हो तुम, भाव की नदिया अछूती। जिंदगी जब तृप्...3 वर्ष पहले
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गलती से डिलीट हो गए मेरे पुराने पोस्टों की पुनर्प्राप्ति : इंटरनेट आर्काइव के सौजन्य से - दो वर्ष पहले ब्लॉग का टेम्पलेट बदलने की की कोशिश रहा था। सहसा पाया कि कुछ पोस्ट गए। क्या हुआ था, पूरा समझ में नहीं आया। बाद में ब्लॉगर वालों को भ...3 वर्ष पहले
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सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को - सिनेमालोक साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को -अजय ब्रह्मात्मज पिछले दिनों जमशेदपुर की फिल्म अध्येता और लेखिका विजय शर्मा के साथ उनकी पुस्तक ‘ऋत...3 वर्ष पहले
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एक पुरातत्ववेत्ता की डायरी-पहला दिन -तीन-हरक्युलिस और हनुमान भाग एक - मनुष्य जब पहली बार मरा तब क्या हुआ होगा 📕 मित्रों, 'एक पुरातत्ववेत्ता की डायरी' के पहले भाग ' चम्बल के पानी में चाँद' में आपने पढ़ा कि 'प्राचीन भारतीय इ...4 वर्ष पहले
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Proofreading Tools - In the hurry to comply with time constraints and produce pamphlets, social duplicate, articles, and online journals for your numerous customers, it isn'...4 वर्ष पहले
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आखिर, प्रोब्लेम क्या है इंटर कास्ट मैरेज़ में? - शादी पर बात करना बड़ा अजीब सा लगता रहता अहै। हमेशा लगता है, नौ दिन चले अढ़ाई कोस। जो हमारे समय की समस्या, वही आज के समय की दिक्कत! कब निकलेंगे हम सब इन निरर...4 वर्ष पहले
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जोगी बनना आसान है, अजीत बनना भी, पर अजीत जोगी बनना असंभव - *शीर्षक* चौंका सकता है, लेकिन बकौल अजीत जोगी ठान लो तो कुछ भी असंभव नहीं। और छत्तीसगढ़ के एक बेहद पिछडे़ इलाके गोरेला-पेंड्रा के जोगीसार गांव में देश क...4 वर्ष पहले
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ख़ानाबदोश ! - ये मन भी कितना चंचल होता है न... कभी एक जगह टिकता ही नहीं... बिलकुल उस तितली की तरह जो फूलों से भरे बाग़ीचे में पहुँच कर एकदम पागल सी हो जाती है.... एक पल...4 वर्ष पहले
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लगातार संघर्ष करने से सफलता अर्जित होती है .... - महाभारत में भीषण युद्ध चल रहा था । युद्द भूमि में गुरु और शिष्य आमने सामने थे । दुर्योधन की तरफ से द्रोणाचार्य और पांडवों की ओर से अर्जुन युध्द के मैदान मे...4 वर्ष पहले
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रात में एक बात - शीशे जैसी मृदुल हवा में/ रोशनी के गोल दूधिया छत्र के नीचे/ किन्हीं नामालूम देशों के रंग-बिरंगे झंडे फहराता हुआ/ यह एक पांच सितारा होटल है/ और ये सड़क के क...4 वर्ष पहले
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एक्सीडेंट, जेम्स बॉन्ड और लौंदियों के तक्कल में बलबादी - लालसिंह की तमाम हिदायतों पर मैंने रात भर विचार करने के उपरान्त अगली सुबह नाश्ता वगैरह समझ कर मैं लफत्तू के घर की तरफ लपका. उसकी संगत के बगैर मेरे सारे ज...4 वर्ष पहले
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हमारे हिस्से की ‘पैरासाइट’ - Spoilers ahead… सुनील खिलनानी अपनी मील का पत्थर पुस्तक ‘दी आइडिया ऑफ़ इंडिया’ में नई दिल्ली शहर की बसावट को लेकर मुख्य स्थापत्यकार एडविन लुटियंस और उनके ची...4 वर्ष पहले
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भदूकड़ा- 9 - * अगले दो दिन तैयरियों में बीते. छोटा-बड़ा तमाम सामान सहेजा गया. अनाज की बोरियां भरी गयीं. मसाले, अचार, पापड़, बड़ियां ....सब कुछ. ज़रू...4 वर्ष पहले
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व्यतीत - नीता ,जो व्यतीत है , दोहराई जा रही है रात और दिन में । श्यामल उसके लिये एक सीमा है जिसके बाद सब गैर और अनैतिक है । दक्षिणेश्वर , बेलूर , काली माँ का मंदिर...4 वर्ष पहले
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अमितोष नागपाल की नौ कविताएँ - *राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक अमितोष नागपाल की ये कविताएँ अलग-अलग होते हुए भी एक कविता सीरीज सी चलती हैं. कहीं सवाल करती, कहीं उलझती और कहीं जैसे ...4 वर्ष पहले
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'सेक्शन 375' : स्त्री के विरुद्ध पर्दे का चक्रव्यूह - *अरविंद शेष* *'दुरुपयोग' की दुहाई से इंसाफ की आवाज पर हमला* पिछले कुछ सालों के दौरान कभी दबे-छिपे तरीके से तो कभी खुल कर स्त्रियों और दलितों, दो सामाजिक ...4 वर्ष पहले
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इंतज़ार और दूध -जलेबी... - वोआते थे हर साल। किसी न किसी बहाने कुछ फरमाइश करते थे। कभी खाने की कोई खास चीज, कभी कुछ और। मैं सुबह उठकर बहन को फ़ोन पे अपना वह सपना बताती, यह सोचकर कि ब...4 वर्ष पहले
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मुझे यही अच्छा लगता है.... - कभी-कभी किसी का जाना बहुत अच्छा लगता है...अगर बहुत से भी बेहतर कोई शब्द हो तो शायद उतना ही अच्छा लगता है। किसी का जाना- दुनिया से नहीं, जिंदगी से नहीं बल्क...5 वर्ष पहले
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मादा सेपियंस: दि हिस्ट्री ऑफ वीमेनकाइंड - मादा सेपियंस: दि हिस्ट्री ऑफ वीमेनकाइंड इतिहास अकेला अनुशासन नहीं है जिसमें यह मान लिया जाता है की पुरुषों के लिए तैयार अनुशासन में ही औरतें भी शामिल ...5 वर्ष पहले
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काठ में कोंपल - *6 अप्रैल, 2019 को दिल्ली के गाँधी शांति प्रतिष्ठान में 'कथा-कहानी' के आयोजन में मैंने अपनी कहानी 'काठ में कोंपल' का पाठ किया. यहाँ आप सभी मित्रों के लिए य...5 वर्ष पहले
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Seberapa Greget loe sama Guru, Selamat Hari Guru 2018 - kelakuan kid jaman now asli bikin greget.. hahaha..5 वर्ष पहले
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इंस्टेंट तीन तलाक़ : बिल का पास होना और मर्दों की हाय-तौबा - तस्वीर द हिन्दू डॉट कॉम से साभार शाज़िया आले अहमद टीवी डिबेट में ज़्यादातर मौलाना तलाक़ ए बिद्अत को बुरा मानते और इस बात की पैरवी करते हैं कि इंस्टेंट तीन त...5 वर्ष पहले
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स्वतंत्रता और आवश्यकता - २ - हे मानवश्रेष्ठों, यहां पर ऐतिहासिक भौतिकवाद पर कुछ सामग्री एक शृंखला के रूप में प्रस्तुत की जा रही है। पिछली बार हमने यहां ‘मनुष्य और समाज’ के अंतर्गत स्व...5 वर्ष पहले
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ठंड़े रेगिस्तान की गुनगुनी तस्वीरें - ठंड़े रेगिस्तान की गुनगुनी तस्वीरें जून के शुरुआती दिनों में लेह-लद्दाख, जिसे ठंड़ा रेगिस्तान भी कहा जाता है, की सैर पर थे. पर्यटन के लिए लोकप्रिय इलाका है, ...6 वर्ष पहले
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सुभाष राय की कविताएँ - ( सुशील कुमार वरिष्ठ कवि और आलोचक हैं . झारखंड के शिक्षा विभाग में वे एक ज़िम्मेदार पद पर काम करते हैं . समय की नब्ज़ पर उनकी उँगलियाँ रहतीं हैं . अभिनव क...6 वर्ष पहले
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मुसलमान / देवीप्रसाद मिश्र - वे मुसलमान थे कहते हैं वे विपत्ति की तरह आए कहते हैं वे प्रदूषण की तरह फैले वे व्याधि थे ब्राह्मण कहते थे वे मलेच्छ थे वे मुसलमान थे उन्होंने अपने घोड़े सि...6 वर्ष पहले
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मोदी को मूडी की शह: आनंद तेलतुंबड़े - *आनंद तेलतुंबड़े अपने इस स्तंभ में मूडीज़ द्वारा मोदी सरकार को दी गई रेटिंग पर चर्चा कर रहे हैं. अनुवाद: रेयाज़ उल हक़* नोटबंदी और जीएसटी पर मोदी सरकार क...6 वर्ष पहले
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happy diwali.. 19-10-17 - आज दिवाली है। मैंने लगभग हर दिवाली पर अपने लिखने का सिलसिला बनाए रखा है। पहले दिवाली पर अकेले रहना अपनी इच्छा से नहीं था... मैं चाहता था कि कोई आए। पर हर ...6 वर्ष पहले
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वर्तुल धारा - मैंने अपनी कार स्कूल के बाहर उस जगह लगा दी जहाँ हमेशा लगाती हूँ; जब-जब उसे देखने आती हूँ। स्कूल की छुट्टी में एक जैसी पोशाक पहने बच्चों का ऐसा हुजूम नि...7 वर्ष पहले
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संवाद 'अच्छे लोगों' से... - *डांडी (नवसारी) गुजरात से चम्पारण (बिहार)यात्रा की दूरी : 1700 किमीयात्रा का समय: 02 अक्टूबर 2017 से 15 अक्टूबर 2017 तक* वर्ष 2017 गांधी सत्याग्रह के 10...7 वर्ष पहले
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पंचेश्वर बाँध : आपदा तब आती है, जब आप उसे भूल जाते हैं! - -रोहित जोशी "...इस ख़बर से लगता है कि वाकई हम 2013 के सबक भूल गए हैं. हम हिमालय के संवेदनशील भूगोल में एक ऐसी जगह पर 116 वर्ग किमी की एक विशाल झील बनाने की ...7 वर्ष पहले
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बहुत अहम है यह जानना भी.... - . . . आज तो बहुत रौनक रही ब्लॉगों पर... पर दहकता सवाल यह है कि... क्या आगे भी आज सी ही सक्रियता बनाये रखोगे मित्रों ? ...7 वर्ष पहले
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Best 5 Free Android News and Feed Reader Apps - One of the prominent reasons why people buy smartphones is to keep in touch with latest news and updates round the clock. But many people still don’t use...7 वर्ष पहले
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Transformation - Trasformazione - बदलाव - After more than a year, I finally want to share some images. They are about a moment of transformation, when the ordinary becomes magical. You are going ...7 वर्ष पहले
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गीत चतुर्वेदी के नए संग्रह से कुछ कविताएँ - इस साल पुस्तक मेले में एक बहु प्रतीक्षित कविता संग्रह भी आया. गीत चतुर्वेदी का संग्रह 'न्यूनतम मैं'. गीत समकालीन कविता के ऐसे कवियों में हैं जिनकी हर का...7 वर्ष पहले
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फिर से एक नयी शुरुआत - इस ब्लॉग की पुरानी सामग्री को वापस लाए जाने और इसे अधिक उपयोगी और सार्थक बनाने की दिशा में प्रयास जारी हैं। तब तक कृपया [...]7 वर्ष पहले
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कहानी संग्रह अधूरे अफसाने-लावण्या दीपक शाह - अभी अभी लावण्या शाह (लावण्या दीपक शाह ) के कहानी संग्रह अधूरे अफसाने को पूरा किया है। चार बाल कहानियों को समेटे कुल ग्यारह कहानियों के इस गुलदस्ते को लावण...8 वर्ष पहले
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दो दुकानदार ! - दो दुकानदार ! एक मटके वाला और दूसरा अंडे वाला ! दोनों के लिये ही बिकने से पहले 'फूटना' या 'ठोकर लगना' एक किस्म का गंभीर मामला है !8 वर्ष पहले
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मैं मरा नहीं - (लंबे अरसे बाद प्रिय कवि आलोक श्रीवास्तव की एक कविता, तापोस दास के चित्र के साथ) भर्तृहरि एक किंवदंती है एक इतिहास-सिद्ध कवि के अलावा जो कहीं हमारे भीतर ...8 वर्ष पहले
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वाट्सएपिया रोमांस - वो लड़का इस ग्रुप में बहुत पहले से था ! लड़की ने महीने भर पहले ही ज्वाइन किया ! लड़का और लड़की अलग अलग प्रदेश के ! दोनों ने न कभी एक दूसरे का शहर देखा और न कभ...8 वर्ष पहले
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Doors must be answered - "You don't know the first thing." There was someone at the door, wearing cloak, holding something I could not see. "Well, that... because no one told me." I...8 वर्ष पहले
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Using Surveys for Managing Online Reviews - Online reviews have been proven to be as influential as a personal recommendation from a trusted friend. With the weight that is given to these reviews it ...8 वर्ष पहले
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जिसके कंठ से पृथ्वी के सारे वृक्ष एक साथ कविता पाठ करते थे : मिगुएल हर्नान्देज़ - मिगुएल हर्नान्देज़ ऐसा कवि नहीं था , जैसा हम अक्सर अपने आसपास के कवियों के बारे में जानते-सुनते हैं. उसका जीवन और उसकी कवितायेँ , दोनों के भीतर संवेदना, अनु...8 वर्ष पहले
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अपने मन की करना ही ख़तरनाक राजनीति है ! - *बैटल ऑफ बनारस के बहाने कमल स्वरूप से बातचीत * प्रश्न : आप की फिल्म बैटल ऑफ बनारस का अभी क्या स्टेटस है? कमल: फिल्म को स्क्रीनिंग कमेटी ने रिजेक्ट कर दिय...9 वर्ष पहले
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बच्चों को दें वैज्ञानिक मनोवृत्ति का संस्कार - * बच्चों को दें वैज्ञानिक मनोवृत्ति का संस्कार * * अरविन्द मिश्र * *मेघदूत मैंशन, चूडामणिपुर * *तेलीतारा,बख्श...9 वर्ष पहले
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स्मार्ट फोन की तितली में तितलियों से ज़्यादा रंग हैं - चूक गया हूँ बहुत बड़े मार्जिन से मैंने कोई ऐसी स्त्री तो नहीं देखी जिसे दिल तोड़ने की मशीन कहा जाता है मगर मैं जानता हूँ एक ऐसे शख्स को जिसे आप उम्मीद तोड़ने क...9 वर्ष पहले
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थोड़ी फुर्सत मिली तो थी - फुर्सत मिली तो थी सोचा थोड़ा ये कर लूं थोड़ा वो कर लूं सुस्ता लूं किसी संगीत का आनंद ले लूं किसी कोमल धुन को याद कर लूं किसी मनोरम दृश्य को याद कर लूं इस एका...9 वर्ष पहले
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गुणकारी अलसी के सेवन से होनेवाले लाभ - दुनिया के अनेक देशों में अलसी या Flaxseed लोकप्रिय और स्वास्थ्यप्रद आहार के रूप मे जाना जाता है. अलसी और इसके तेल (जिसे flaxseed oil या linseed oil भी कहते...9 वर्ष पहले
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निरामिष पर विशेष लेखों की कड़ियाँ - *(1) *अक्रूर मनोवृति (करूणा और अहिंसा के लिए) 1. दिलों में दया भाव का संरक्षक शाकाहार। 2. विश्व शान्ति का उपाय शाकाहार। 3. हिंसा का अल्पीक...9 वर्ष पहले
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अम्मां यादों में - This post is about memories of my mother. रिश्तों में सबसे पवित्र रिश्ता है मां का है। इस चिट्ठी में कुछ बाते अम्मां के बारे में। is chitthi mein Amma kee ...9 वर्ष पहले
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इंटरनेट ने दिया हर किसी को कोशकार बनने का मौका - इंटरनेट के इस युग में शौकिया कोशकार बनना बहुत आसान हो गया है। अगर आपको कोशकारिता से लगाव है तो आप ऑनलाइन कोश में नए शब्द जोड़ सकते हैं। आप कुछ कोशों में शब...9 वर्ष पहले
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हिन्दू पुनर्जागरण के लिए हिन्दू कांग्रेस - अनिल सौमित्र गत दिनों में हिन्दू और हिंदुत्व सर्वाधिक चर्चित शब्द रहा है l अधिकांशत: यह चर्चा प्रतिक्रियात्मक होती है l इसलिए हिन्दू और हिंदुत्व शब्द ज्याद...9 वर्ष पहले
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एक मां को देखते हुए... - तस्वीर गूगल से साभार क्यों पूजे वो तुम्हें? जिसकी मांग का सिंदूर खुद न उतरा था तुमने रगड़ दी थी बदकिस्मती उसकी मांग पर अंगड़ाई भी न टूटी थी जिन मखमली रातो...9 वर्ष पहले
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एक नज़्म तेरे लिए ! - भीगा सा दिन, भीगी सी आँखें, भीगा सा मन , और भीगी सी रात है ! कुछ पुराने ख़त , एक तेरा चेहरा, और कुछ तेरी बात है ! ऐसे ही कई टुकड़ा टुकड़ा दिन और कई ट...10 वर्ष पहले
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बलात्कार के पीछे - शैतान*, *जो हमारे भीतर रहता है राजकिशोर अगर जानवरों पर मानव समाज की दंड संहिता लागू कर दी जाए, तो लगभग सभी चौपाये कभी-न-कभी गिरफ्तार हो जाएंगे. ल...10 वर्ष पहले
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ब्लागिँग सेमिनार की शुरुआत रवि-युनुस जुगलबंदी से - और ये उद्घटान हो गया। उद्घटान नहीँ भाई उद्घाटन हो गया-ब्लागिँग सेमिनार का। वर्धा विश्वविद्यालय के हबीबा तनवीर सभागार मेँ वर्धा विश्वविद्यालत द्वारा आय...10 वर्ष पहले
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दीदी के लिए - कौन पुण्य जो फल आयी हो? दीदी तुम जैसे माँ ही हो। पुलकित ममता का मृदु-पल्लव, प्रात की पहली सुथराई हो। मेरे अणुओं की शीतलता, मनः खेचर की तरुणाई हो। कि...11 वर्ष पहले
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मैक्सिम गोर्की की कहानी : उसका प्रेमी - *मुझे एक बार मेरी जान-पहचान वाले एक व्यक्ति ने यह घटना बताई थी।* उन दिनों में मास्को में पढ़ता था। मेरे पड़ोस में एक ऐसी महिला रहती थी, जिसकी प्रतिष्ठ...11 वर्ष पहले
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कुछ कविताएँ - एक वे दोनों वे जो अपने अपकृत्य का नाम दे रहे हैं परिवर्तन और वे जो परिवर्तन को कह रहे है कुकृत्य दोनों के साथ है कुछ लोग मचा हुआ है घमासान उनमें उछल...11 वर्ष पहले
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समाजवादी चिंतक किशन पटनायक को श्रद्धांजलि के साथ राजेंद्र राजन की एक कविता - तुम थे हमारे समय के राडार तुम थे हमारे ही तेजस रूप हमारी चेतना की लौ हमारी बेचैनियों की आंख हमारा सधा हुआ स्वर हमारा अगला कदम। जब राजनीति व्यापार में बदल र...11 वर्ष पहले
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अवकाश - आदरणीय ब्लागर मित्रो, अस्वस्थ होने के कारण शायद अंतरजाल पर न आ पाऊँ । इसलिए कुछ समय के लिए शायद आप से भेंट न हो। स्वास्थ लाभ करके पुनः आपसे सम्पर्क स्था...12 वर्ष पहले
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अदम जी मुझे लौकी नाथ कहते थे - जयपुर में अदम जी मंच संचालन कर रहे थे। मुझे कविता पढ़ने बुलाने के पहले एक किस्सा सुनाया। किसी नगर में एक बड़े ज्ञानी महात्मा थे। उनका एक शिष्य था नाम था...12 वर्ष पहले
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महाभियोग की कार्रवाई से पहले हाई कोर्ट न्यायाधीश ने इस्तीफा दिया - महाभियोग की कार्रवाई का सामना कर रहे कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायधीश सौमित्र सेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सेन ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज दिया ...13 वर्ष पहले
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चाहती हूं सीधी होना - एक आसान से रास्ते पर चलते हुए, एक सुलझी हुई मंज़िल तक पहुंचने की तमन्ना… एक सीधी पगडन्डी से गुज़रते हुए, शाम ढले घर तक पहुंचने की चाहत… चाहती हूं कभी-कभी एक ...13 वर्ष पहले
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पिता के पास लोरियाँ नही होती - *(पितृ-दिवस पर विशेष)* पिता, मोटे तने और गहरी जड़ों वाला एक वृक्ष होता है एक विशाल वृक्ष और मां होती है उस वृक्ष की छाया जिसके नीचे बच्चे बनाते बिगाड़ते है...13 वर्ष पहले
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विश्वास - ------------------------------ ओ ! जीवन के थके पखेरू, बढ़े चलो हिम्मत मत हारो, पंखों में भविष्य बंदी है मत अतीत की ओर निहारो, क्या चिंता धरती यदि छूटी उड़ने...13 वर्ष पहले
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किशोर'दा - ये शाम भी अजीब है…! - किशोर'दा : याद तो हमेशा आते रहते हैं, सो कैसे कहूँ कि आज ज़्यादा याद आए? मगर यह कह सकता हूँ कि आज मन किया कि उनके कुछ गीत सुनाऊँ चाहने वालों को - जो शायद उन...13 वर्ष पहले
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Akhilesh ji ko patr - 27. 9. 10 प्रिय अखिलेश जी, आपका पत्र संख्या 2, दिनांक 21. 9 10 का पत्र मिला। धन्यवाद। आपने पुस्तकें वापिस करने वाले प्रश्न पर जवाब सोच समझकर ही दिया होगा तभ...13 वर्ष पहले
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अभिशप्त एक और भोपाल! एंडरसन भागा नहीं है !!!! - ये देश में हर जगह पैदा हो रहे भोपाल का किस्सा है ,ये हिंदुस्तान के स्विट्जरलेंड की तबाही का किस्सा है ,ये रिहंद बाँध में अपने महल के साथ डूब गयी रानी र...14 वर्ष पहले
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किताबें बचेंगी तो पढ़ना बचेगा, लिखना भी - कई समय से मन था कि कोई ऐसी जगह बने जहां हिंदी किताबों के बारे में नये सिरे से बात हो सके. अगर किताबें होंगी तो लिखना और पढ़ना भी बचा रहेगा. हमारी ये बातचीत...14 वर्ष पहले
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और वो चला गया,बिना मुड़े... - दो दिनों की लगातार बारिश के बाद चैंधियाती धूप निखरी थी सफेद कमीज और लाल निक्कर में सजे छोटे-छोटे बच्चों की चहचहाहट से मैंदान गूंज रहा था। अपने केबिन में ब...14 वर्ष पहले
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